पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में डिप्लोमा

(Diploma in Library and Information Science)

Programme Code : DLIS


उद्देश्य (Objectives):

  • पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के क्षेत्र का प्रारंभिक ज्ञान प्रदान करना |

  • पुस्तकालय संचालन संबंधी प्रक्रियाओं तथा नित्यचर्या प्रदान करना |

  • पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के क्षेत्र में सूचना प्रोधोगिकी के अनुप्रयोग का ज्ञान प्रदान करना |

  • विद्यालय पुस्तकालयों के लिए पुस्तकालयाध्य्क्ष तथा के पुस्तकालयों में कार्य करने की क्षमता वाले अर्द्ध –व्यवसायी स्तर के कुशल तकनीशियन तैयार करना |

प्रवेश योग्यता (Admission eligibility) : किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से सीनियरव सैकेण्डरी 10+2 उत्तीर्ण समकक्ष अथवा 1989 हायर सैकेण्डरी परीक्षा उत्तीर्ण | किसी भी खुला विश्वविधालय से बीएपी/ बीसीपी / बीएससीपी उत्तर्ण अथवा उसके समकक्ष ;अथवा मान्यता प्राप्त विद्यालयविध से 8वीं कक्षा उत्तीर्ण विधार्थी जिसे किसी सार्वजनिक पुस्तकालय अथवा शैक्षणिक पुस्तकालय में कार्य करने का 5 वर्ष का अनुभव है |

अवधि : न्यूनतम 1 वर्ष एवं अधिकतम 4 वर्ष

अध्य्यन सामग्री का माध्यम (Medium) : हिन्दी

श्रेयांक (Credit) : 36

शुल्क (Free) : Rs. 3500/-

कार्यक्रम संरचना (Programme Structure) : इस कार्यक्रम में निम्नाकित छ: पाठ्यक्रम (प्रश्र पत्र) है|

क्र.सं

(S.No.)

पाठ्यक्रम का नाम

(Name of Course)

पाठ्यक्रम कोड

(Course Code)

श्रेयांक

(Credit)

1.

पुस्कालय वर्गीकरण एवं सूचीकरण सिद्धांत

DLIS-01

6

2.

पुस्कालय वर्गीकरण – प्रायोगिक

DLIS-02

6

3.

पुस्कालय सूचीकरण – प्रायोगिक

DLIS-03

6

4.

पुस्कालय नित्यचर्या एवं सन्दर्भकार्य

DLIS-04

6

5.

विधालय एवं सार्वजनिक पुस्कालय

DLIS-05

6

6.

सूचना सेवाएँ एवं कम्प्यूटर अनुप्रयोग

DLIS-06

6

नोट – यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के सभी सात क्षेत्रीय केंद्र स्थित मॉडल अध्ययन केंद्र पर संचालित किया जायेगा |

परामर्श सत्र एवं संपर्क शिविर – परामर्श एवं सम्पर्क शिविर विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र पर आयोजित किये जायेंगे |

  1. DLIS-01,04,05,06 पाठ्यक्रमों के लिए परामर्श सत्र आयोजित किये जाएंगे |

  2. DLIS -02 एवं 03 पाठ्यक्रमों के लिए संपर्क शिविर आयोजित किए जाएंगे | विशार्थियों की दो –तिहाई सत्रों में उपस्थिति अनिवार्य होगी

परीक्षा पद्धति (Examination Pattern):

न्यूनतम अवधि अर्थात् 1 वर्ष बादविधार्थी की प्रत्येक पाठ्यक्रम में तीन घंटे की लिखित परीक्षा आयोजित होगी | प्रत्येक पाठ्यक्रम (प्रश्न पत्र) 100 अंको का होगा | उतीर्ण होने के लिए विधार्थी को प्रत्येक पाठ्यक्रम (प्रश्न पत्र) में 36% प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा | सफल विधार्थियों को निम्न तालिका के अनुसार श्रेणी प्रदान की जाएगी |

प्रथम श्रेणी - 60% एवं अधिक

द्वितीय श्रेणी - 48% एवं 60% से कम

उत्तीर्ण - 36% एवं 48% से कम